कोरोना के नए डेल्टा वेरिएंट ऑमिक्रॉम ने पैदा की दहशत ।

Omicrom  :–


 जैसा कि हमनें WHO की वेबसाइट पर अध्ययन किया है और पाया कि पहले भी कोरोना की दूसरी लहर के दौरान डेल्टा प्लस वेरिएंट ( B.1.617.2) और अल्फा वेरिएंट जिम्मेदार हुए जिन्हें WHO ने (वेरिएंट ऑफ कंसर्न ) CoV घोषित कर दिया था जो पूरी दुनियां में घातक सिद्ध हुआ ।

मगर चिंता का विषय यह है कि 26 नबम्बर को को मिले पहले ऑमिक्रॉन वेरिएंट को WHO ने मात्र दो ही दिनों में CoV घोषित कर दिया ।

विशेषज्ञों की माने तो अभी इस वेरिएंट के बारे कुछ कहा नहीं जा सकता हैं ।

मगर यह वेरिएंट अब तक के सभी वेरिएंट में सबसे खतरनाक साबित हो सकता हैं ।

जरा सी लापरवाही हमारी जान की दुश्मन बन सकती हैं ।


WHO ने इस संस्करण को मात्र दो दिनों में वेरिएंट ऑफ कंसर्न बताकर इसे B.1.1529 को ऑमिक्रॉम नाम दिया है । 

 

ये जानकारी हमनें WHO की वेबसाइट से अध्ययन के दौरान एकत्रित की हैं 


अभी हम ठीक प्रकार से कोरोना की दूसरी लहर से भी नहीं उभर पाए हैं कहीं-कहीं अभी भी कोरॉना लक्षण देखने को मिल रहे हैं ।

सबसे जरूरी बात यह है कि कि हमें फिर सतर्क रहना पड़ेगा पड़ेगा की गाइडलाइन जो सरकार ने जारी की है हमें उसका पालन करना होगा माक्स सैनिटाइजर समय-समय पर हाथ धोना दो गज की दूरी इत्यादि ।


आइए हमारे एक्सपर्ट की राय जानते हैं ,

(1) –

सुरेंद्र । कोरोना का जो नया बेरियंट आने पर हमें ज्यादा टेंशन लेने कि जरूरत नहीं है, क्योंकि कोरोना एक ऐसी बीमारी है जिसकी टेंशन हमें और भी बीमारियों को न्योता देता है जेसे हाइपर टेंशन , हार्ट अटैक , वी पी हाई , वी पी लो, गैस प्रोब्लम आदि बीमारी हैं जिनके आने का न्योता देने के लिए केवल कोरोना के नाम कि टेंशन ही काफी है।

जबसे यह नया बेरियंट आया है उसके लिए हमें सजग और जागरूक होना बहुत जरूरी है। जिससे हम कहीं भी जाएं तो मास्क का इस्तेमाल जरूर करें , और समय समय पैर हाथों को सेनेटाइज जरूर करते रहें। यदि हमें लगे कि खांसी जुकाम और गले में खरास है तो गर्म पानी के गरारे जरूर करें और समय समय पर डॉक्टर कि सलाह जरूर लें।

और हमें अपनी सुरक्षा के साथ साथ दूसरों कि भी सुरक्षा का ख्याल रखना है जेसे दूसरे से बात करते समय मुंह पर मास्क हो और अपने हाथ सेनेटाइज किए हुए हों और हांथ मिलाने से परहेज करें और करीम दो गज का फासला बनाए रखें।


(2) –

रवि राज । कोरोना के नए वेरिएंट मिलने के बाद हमें और भी सजग होने की जरूरत है। अपनी व दूसरों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा नियमों के पालन में कोई कमी न रखें। भीड़ वाली किसी भी जगह पर दो गज दूरी का ध्यान अवश्य दें, कोरोना को मात देने के लिए अपनी तैयारी में कोई कमी न रखें।


सावधानी ही सबसे बेहतर सुरक्षा का उपाय है । अभी तक वैज्ञानिक ने इसको खास लक्षणों को नहीं पहचान पाए हैं । मगर अधिकांश लक्षण वही जिम्मेदार होंगे जो पहली और दूसरी लहर के लिए जिम्मेदार हुए । 

अधिक से अधिक भीड़ भाड़ वाले स्थान पर जानें से बचे, बीमार व्यक्तियों से जरा संभल कर दूरी बनाए रखें ।

खास बात है कि जिन्हें कोरोना ने पहले भी अपनी चपेट लिया है , और उनमें इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर है उन्हें अधिक सर्तक रहने की जरूरत है । 


जितने जल्दी हो सके हमें कोरोना के दोनों टीका लगवाना चाहिए । फिलहाल हमारी सबसे कामगार एंटी बॉडी बिल्ड करने में मदद मिलेगी ।

टीका ही फिलहाल समाधान है । और उससे बड़ी बात सावधानी ।

Post a Comment

2 Comments

Close Menu